Kavita Jha

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न्यु ईयर सेलिब्रेशन 2080 जुपिटर में# लेखनी कहानी प्रतियोगिता -23-Nov-2021

"ऐनि आओ मेरे साथ कब से अकेले बैठे हो चलो अपने गार्डन में नए पौधे लगाते हैं"...70 साल का अमित अपने पोते से कहता है।
"जस्ट वेट दादू मैं अपने फ्रैंड्स को बाय करके आता हूँ"। दस साल का ऐनि अपने कमरे में सोफे पर बैठे आँखे खोलते हुऐ कहता है।
अमित वहीं खड़ा देख रहा है अपने पोते को जो आँख बंद किये शांत बैठा है वो ना ही हाथ में कोई फोन टैबलेट लैपटॉप कुछ भी तो नहीं है। वो टेलीपैथी के जरिये अपने जुपिटर के मित्रों के साथ बातें कर रहा होगा, अमित सोचता है।
     अमित याद करता है अपना बचपन साठ साल पहले वो भी तो दूसरे देश में रहने वाले ओनलाईन दोस्तों के साथ पबजी और कितने ही ओनलाईन गेम खेलते हुए बाते करता था। उसे तो ढाई साल की उम्र में  ही अपना टैबलेट मिल गया था जो कि उसके चाचू ने  दिया था। वो तो घर का टैकनो मास्टर था शुरू से। किसी को कुछ नया समझ नहीं आता तो अमित ही सिखा देता था। अब तो हाथ में लगा ये चिप और ब्रेन में लगे चिप ने ही ले ली है फोन कम्पूटर सब की जगह।

अपना मास्क और आक्सीजन सिलेंडर ठीक करते हुए ऐनि अपने दादू अमित के साथ चल देता है अपने घर के गार्डन में।
    दादू मेरे दोस्त आज मुझे जुपिटर पर न्यू ईयर सेलीब्रेट करने के लिए इन्वाईट रहे थे। प्लीज़ दादू आप डैड से बात करो ना मेरे लिए यू एफ ओ मंगवा दो ना। इंडिया में भी देखो ना मेरे सारे दोस्तों के पास है बस मेरे पास ही नहीं है। प्लीज़ दादू प्लीज़... डैड को बोलोगे ना आप। इस 2080 को मैं जुपिटर में अपने दोस्तों के साथ सेलीब्रेट करूंगा। यहाँ तो मेरा रोबी भी खराब हो गया।कल क्रिकेट खेलने गया था मेरे साथ तो उसका एक हाथ टूट गया मुझसे। मम्मा को मैने बता दिया है वो मेरे बर्थडे पर नया रोबो गिफ्ट करेगी मुझे।
दोनों दादा पोता मास्क और आक्सीजन सिलेंडर लगाऐ बागवानी कर रहे है।
   अमित कहता है ठीक है मैं करता हूँ बात तेरे यू एफ ओ के लिए और तूं कहे तो मैं भी चलूं तेरे साथ।
    वाओ दादू सुपर... रियली चलोगे ना आप मेरे साथ। बहुत मजा आऐगा वहाँ।
     थैंक्यू थैंक्यू कहते हुए दस साल का ऐनि हाथ में गमला पकड़ नाचने लगा। और अमित अपने बचपन में खो गया ऐसा ही तो था वो भी बिलकुल..   अपनी हर जिद्द मनवा ही लेता था। आज उसकी जगह उसका पोता खड़ा है और उसके चाचू डैडी कोई नहीं है अब। पर वो अभी भी वैसा ही है। जुपिटर पर जाने की इच्छा इस बार पूरी हो जाऐगी। यही सोच मन ही मन वो भी बहुत खुश हो रहा है।
     शाम को अपने बेटे को आखिर मना लिया अमित ने। अगले दिन दोनों दादा पोता अपने यू एफ ओ में बैठ जुपिटर पहुँच गए। पृथ्वी से एकदम अलग दुनिया। वहाँ के एलियन्स ने उन दोनों का स्वागत किया। फिर कुछ ही घंटों में शुरू हो गई न्यू ईयर पार्टी जिसमें कई देशों के लोगों के साथ साथ कई ग्रहों के एलियन्स भी शामिल थे।
दोनों बहुत खुश थे और वापस अपनी पृथ्वी पर लौट रहे थे।

*****

स्वरचित काल्पनिक
कविता झा

(2080 की मात्र कल्पना की है इस कहानी में ...अभी दुनिया खत्म नहीं हुई है। लोगों को अपने घरों में भी आॅक्सीजन सिलेंडर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है ।पर अपने घरों में लोग गमलों में पेड़ पौधे लगा रहे हैं जिससे वो अपने आॅक्सीजन सिलेंडर में भी आॅक्सीजन भर सके ... )

#लेखनी

#लेखनी कहानी प्र

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3 Comments

Gunjan Kamal

23-Nov-2021 05:50 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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👌👌शानदार

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Seema Priyadarshini sahay

23-Nov-2021 05:01 PM

बहुत खूबसूरत कहानी

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